सुंदर विचारधारा - 2
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⚓ जमीन अच्छी हो
खाद अच्छा हो
परंतु 'पानी' अगर
'खारा' हो तो
फूल खिलते नहीं ।
⚓ भाव अच्छे हो
कर्म भी अच्छे हो
मगर 'वाणी' खराब हो तो
'सम्बन्ध' कभी टिकते नहीं।.
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मन ऐसा रखो कि, किसी को बुरा न लगे।
दिल ऐसा रखो कि, किसी को दुःखी न करें।
रिश्ता ऐसा रखो कि - उसका अंत न हो
कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नही आता.. हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगो को मित्र और शत्रु बनाते है..
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