कलयुग में सतयुग की पराकष्ठा !






राकेशवा आज सुबह से ही बहुत खुश है , बस सोच रहा है कब साला ठेकेदार छुट्टी दे  , और अपने घर चला जाये , आखिर उसकी प्राणप्रिय चिंकी गांव में जो है , पर इस बार उसके घर जाने का कारण कोई फागुन की तड़प , छठ मईया में दौउरि उठाना या घर पे बाउजी की गेंहू काटने में मदद करना नही है ..........................


बल्कि वो तो चिंकी को ये दिखाना चाहता है कि फेसबुक ने उसे बताया कि वो सलमान खान सा दिखने लगा है , और वो सुबह से ही बस दर्पण निहार रहा है , और उसके इस तीव्र सौंदर्य से तो कई बार दर्पण भी चिटक चुका है पर कौन समझाए ...........


वैसे क्यों फेसबुक पे सबकी शक्ल सलमान खान , शाहरुख़ खान सरीखों से ही मिलती है , क्यों नही किसी की शक्ल उन लोग से मिल जाती जो सलमान की कार से दब के मर गए , या उस ईमानदार अफसर से जिसको शारुख खान ने बेवजह गलियां दी थी ..............


या क्यों नही सौरभ कालिया , हनुमंथप्पा , मेजर गगोई ,  चीता जैसे लोगो से मिलती है  क्यों की , कही न कही हम मानते ही नही है इन्हें अपना हीरो  , अगर कलयुग में सतयुग की पराकष्ठा हो जाये और मिल भी जाये  इन लोगो से चेहरा , तो क्या हम सब शेयर  करेंगे ???
प्रश्न हम सब से है ।
-------------------------------------------------------
किसी भी समाज का विकास वैसे ही होगा जैसे उस समाज के लोगो के मन में उनके नायक की छवी होगी ।

No comments

Powered by Blogger.