अच्छी बाते !!




***** बहुत सुंदर पंक्तियाँ *****
"रहता हूं किराये की काया में,
रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूं...!
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मेरी औकात है बस मिट्टी जितनी,
बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूं...!
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जल जायेगी ये मेरी काया एक दिन,
फिर भी इसकी खूबसूरती पर इतराता हूं...!
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मुझे पता हे मैं खुद के सहारे श्मशान तक भी ना जा सकूंगा,
इसीलिए जमाने में दोस्त बनाता हूँ ...!!"
******** जीवन के दो इरादे ********
कभी पीठ पीछे आपकी बात चले तो घबराना मत ...
क्योंकि
बात तो "उन्हीं की होती है".. जिनमें कोई " बात " होती है ।।
**********जीवन मे दो वसूल ***********
मित्र सुख मे हो तो आमंत्रण के बिना जाना नही..!!
मित्र मुसीबत मे हो तो आमंत्रण का इंतजार नहीं करना..!!!

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