रक्तदान महादान !




लोग रोज नसें काटते हैं ....प्यार साबित करने के लिये,
पर कोई, सूई भी नही चुभने देता...."रक्तदान" करने के लिये.
  * लगता है बस चंद घड़ियो का वक़्त ,
  * काम आ जाता किसी मासूम को अपना रक़्‍त ,
  *फिर काहे का डर काहे की घबराहट ,
  *हम है बहादुर,सशक्त और सच्चे राष्ट्रभक्त,
 
* रक्तदान करने करने वाला भारत माँ का सच्चा "लाल" है ।।
* शायद इसीलिए गुलाब का फूल भी "लाल"है और रक्त भी "लाल" है ,
  * गुलाब के आदान प्रदान से गुलशन महकेगा,
और रक्त को दान करने से पूरा वतन महकेगा .
  * रक्तदान महादान, रक्तदान पूजा समान रक्तदान  जीवनदान है।
हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।
रक्तदान इन्सानियत की पहचान, आओ करें रक्तदान ।।
भगवान्  की  दिया  अल्प नहीं होता ।
रक्तदान का कोई विकल्प नहीं होता ।।
जब किसी दूसरे के खूनदान से बचती है किसी अपने की जान, तब पता चलता है क्या होता है खूनदान ।।
_____   कौन कर सकता है रक्तदान :   _____
* कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 68 वर्ष के बीच हो।
* जिसका वजन 45 किलोग्राम से अधिक हो।
* जिसके रक्त में हिमोग्लोबिन का प्रतिशत 12 प्रतिशत से अधिक हो।
अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। आज हम सभी शिक्षि‍त व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।
_____      आपका खून दुसरों का जीवन है _____

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