आदमी-औरत किन-किन चीज़ों को अलग तरह से हैंडल करते हैं !



आदमियों को औरतों से और औरतों को आदमियों से सिर्फ़ एक ही शिकायत होती है। 

'यार वो समझदार (Understanding) नही है, औरतों को लगता है कि आदमी उनकी तरह क्यों नहीं सोचते, 

आदमियों को लगता है -       औरतें इतना सोचती ही क्यों हैं।  

'Men Are From Mars, Women From Venus' बोलकर कर अक्सर इस बात से पल्ला झाड़ लेते हैं कि ये कभी एक जैसा सोच ही नहीं सकते।  दोनों की इस अलग सोच को नियंत्रित करता है उनका दिमाग़. दोनों के काम करने के तरीके, सामाजिक बर्ताव, यहां तक कि फिज़िकल Behavior भी Evolution का नतीजा है। 

साइंस के हिसाब से, औरतें एक साथ अगर कई काम कर लेती हैं, तो उनके Multi-Tasking मास्टर होने के पीछे दिमाग़ के एक ख़ास हिस्से का काम करना है. महिलाओं का Left और Right ब्रेन, दोनों ही बैलेंस बना कर काम करते हैं. जबकि आदमियों के ब्रेन का एक ही साइड मज़बूत होता है. इसी वजह से आदमी एक बार में एक ही चीज़ पर ध्यान एकत्रित (Concentrate) कर पाते हैं.

चलिए, देखते हैं कि आदमी-औरत किन-किन और चीज़ों को अलग तरह से हैंडल करते हैं। 

1. काम करने का तरीका -

महिलाएं एक बार में कई काम आराम से कर सकती हैं, ऐसा होता है उनके छोटे ब्रेन की वजह से. हालांकि इसकी मतलब ये नहीं कि उनमें दिमाग़ कम होता है, बल्कि वो चीज़ों को एक बड़ी पिक्चर के तौर पर देखती हैं और मौक़े को नज़ाकत को आसानी से समझ लेती हैं. आदमी का रोल क्योंकि पहले शिकार पर जाने का और अपने शिकार पर नज़र गड़ाए रखने का होता था, तो वो एक बार में एक ही चीज़ पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं. एक तरह से आदमी उस बड़ी पिक्चर के एक हिस्से पर फ़ोकस कर सकते हैं.



2. दुनियादारी - 

आदमी जहां इस मामले में थोड़ा अकेला रहना और अकेले काम करना पसंद करते हैं, वहीं औरतों को सबसे ज़्यादा लोगों से घुलना-मिलना पसंद होता है. आदमियों को किसी पार्टी की ज़िम्मेदारी से बेहतर टारगेट बेस्ड कम करने पसंद हैं, जबकि महिलाएं इवेंट प्लान करने, लोगों से मिलने में ज़्यादा आगे रहती हैं. इसका कारण था आदमियों का काम के सिलसिले में घर से बाहर जाना और औरतों का घर पर रह कर सब संभालती थी.



3. Maths में तेज़ होते हैं आदमी - 

इस बात के दो तात्पर्य हैं. एक ये कि महिलाएं गणित में अच्छी या हिसाब-किताबा में अच्छी नहीं होतीं, जो सही नहीं है. क्योंकि महिलाओं ने ये साबित की या है कि Maths चाहे सब्जेक्ट हो या मैथ्स घर संभालने के लिए करनी हो, वो इसमें बेहतर हैं. हालांकि दिमाग़ी तौर से आदमी इसमें थोड़ा आगे होते हैं, ऐसा साइंस कहती है. दिमाग़ का हिस्सा Parietal Lobules आदमियों में बेहतर तरीके से काम करता है, जिससे वो Mathematical Ability और Problem Solving में महिलाओं से बेहतर होते हैं।



4. दर्द का आभास -

Amygdala, दिमाग़ का वो हिस्सा होता है, दर्द का आभास करवाता है. दर्द या तो दिमाग़ के दाहिने (आदमी) हिस्से में होता है, या फिर बाएं (महिला). Right साइड का दर्द बाहरी तौर पर दिखता है और Left साइड का दर्द अंदरूनी तौर पर महसूस होता है. अंदरूनी तौर पर दर्द महसूस होने की वजह से महिलाओं को आदमियों के मुक़ाबले ज़्यादा दर्द होता है।



5. भाषा में महारत -

औरतों की लैंग्वेज पर आदमियों के मुक़ाबले ज़्यादा अच्छी पकड़ होती है. उनका शब्दों और ध्वनि से अच्छा तालमेल होता है. जबकि आदमियों को इसमें थोड़ी मुश्किल होती है. आदमी अपनी भावनाएं व्यक्त करने में उतने मुखर नहीं होते, जितनी महिलाएं होती हैं. इसका कारण भी वही माना जाता है, कि महिलाएं घर संभालने की वजह से अपनी बात बेहतर तरीके से रख पाती हैं।



6. याददाश्त -

ये तो जगज़ाहिर बात है कि औरतें नंबर, डेट्स, चेहरे और घटनाएं मर्दों से ज़्यादा बेहतर और देर तक याद रख पाती हैं. इसकी वजह है दिमाग़ के हिस्से, Hippo-campus का एक्टिव होना. दिमाग़ का ये हिस्सा बातें स्टोर करने का काम करता है. जबकि मर्दों में ये हिस्सा इतना एक्टिव नहीं होता।




7. रास्ते याद रखना -

रास्ते भटकने वाली हर औरत ये जानती है कि उनसे डायरेक्शन याद नहीं किये जाते, जबकि आदमी जहां जाते हैं, वो जगह रट लेते हैं. इसकी बहुत मज़ेदार वजह है. पहले समय में आदमियों को लम्बी यात्राओं पर जाना होता था और उस वक़्त मैप या कम्पस नहीं होते थे, तो उन्हें रास्ते ऐसे ही याद करने पड़ते थे.




8. Risk लेने वाले -

इस वक़्त के हिसाब से देखा जाए, तो महिलाएं और पुरुष, दोनों ही रिस्क लेते हैं. लेकिन आदमियों के शरीर में Endorphin के ज़्यादा सिक्रीट होने के हिसाब से आदमी ज़्यादा रिस्क लेते हैं . इसका कारण है कि आदमी पहले शिकार पर जाते थे, तो उन्हें अपनी जान का जोखिम रहता था और धीरे-धीरे ये उनकी आदत का हिस्सा बन गया। 

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